ध्यान में मेरे गुरुदेव तुम हो... ध्यान में मेरे गुरुदेव तुम हो...
भारत भूमि में जन्मा हूँ मां के कोख का ऋणी हूँ, भूमि है कर्मवीरों की कहानी है बलिदानो भारत भूमि में जन्मा हूँ मां के कोख का ऋणी हूँ, भूमि है कर्मवीरों की कहा...
मधुर वाणी झलकती है, संस्कार उपजे इसी धरती से, मधुर वाणी झलकती है, संस्कार उपजे इसी धरती से,
हां,वादों को निभाने में वक्त तो लगता है। अनचाहे पन्नों को पढ़ने में वक्त तो लगता है। हां,वादों को निभाने में वक्त तो लगता है। अनचाहे पन्नों को पढ़ने में वक्त तो ल...
वतन के हित में सतत् ही रत, मेरा सभी जनों को है नमन। वतन के हित में सतत् ही रत, मेरा सभी जनों को है नमन।
इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना समाज की नजरों में आ... इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना...